हमरे आस पास में कुछ कहते सुने (Prateek) जाते है कि तुम उल्लू हो, तुम तो बैल हो, या तुम गिरगिट की तहत अपना रंग बदलते रहते हो, या किसी को घर का भेदी, किसी को देश का जयचंद आदि लोग बनाते रहेत है।
इस तरह के बहुत से शब्द हैं जिनकी पूरी-पूरी खोज अभी नहीं हुई, परन्तु हमने अपने जिवन के लिए कुछ प्रतिक (Prateek) की एक सूची इस ब्लाॅग में हम पोस्ट कर रहे है।
जिससे आप यह जान सकते है कि अगर आप को लोग उस नाम से सम्बोधन करते है तो इसका क्या अर्थ निकलता है।
पशु के प्रतिक (Prateek) :
ऊँट ⇒ बेडौलपर।
कुत्ता ⇒ स्वामिभक्त।
गधा ⇒ मूर्खता।
गीदड़ ⇒ कायरता।
घोड़ा ⇒ गति।
बंदर ⇒ अनुकरण।
बैल ⇒ काम, मूर्खता।
भैंसा ⇒ तामस वृत्ति।
लोमड़ी ⇒ मक्कारी का।
शेर ⇒ साहस का।
सुअर ⇒ घृणित वित्त से।
हाथी ⇒ विशालता से।
पक्षी का प्रतिक (Prateek) :
उल्लू ⇒ अज्ञान का।
कौआ ⇒ चालबाजी का।
गरूड़ ⇒ वैभव, वीव्र गति का।
तोता ⇒ रटंत का।
बाजं ⇒ छापामारी का।
हंस ⇒ विवेक का।
प्रसिद्ध पुरूष के नाम का प्रतिक :
कर्ण ⇒ दान का।
कामदेव ⇒ रूपवत्ता का।
गाॅधी ⇒ अंहिसावाद का।
चाणक्य ⇒ कूटनीति का।
जयचंद ⇒ देशद्रोह का।
त्रिशंकु ⇒ द्विविधा का।
दधीचि ⇒ आत्मबलिदान का।
विभीषण ⇒ घर का भेदी का।
युधिष्ठिर ⇒ न्यायप्रिय का।
रावण ⇒ घमंडी का।
श्रवण कुमार ⇒ माता-पिता का आज्ञाकारी का।
सावित्री ⇒ पतिव्रता का।
हरिश्चन्द्र ⇒ सत्यवादी का।
हिटलर ⇒ तानाशाह का।
सर्प का प्रतिक :
नाग ⇒ क्रोध का।
शेषनाग ⇒ काल का।
साॅप ⇒ धोखेबाजी का।
वनस्पति का प्रतिक:
अनार ⇒ अतिशयता का।
कमल ⇒ प्रसन्नता का।
गुलाब ⇒ सौन्दर्य का।
तुलसी ⇒ पवित्रता का।
पीपल ⇒ ध्यान का।
बरगद ⇒ सृष्टि का।
बिल्व ⇒ कल्याण का।
विविध प्रतिक :
कलश ⇒ जीवन का प्रतिक।
कौड़ी ⇒ धन का प्रतिक।
चक्र ⇒ काल व धर्म का प्रतिक।
चींटी ⇒ मंद चाल का प्रतिक।
नारियल ⇒ समृद्धि का प्रतिक।
पत्रपुष्प ⇒ अन्तःकरणका प्रतिक।
पुस्तक ⇒ साहित्य का प्रतिक।
बाॅसुरी ⇒ आकर्षण का प्रतिक।
रूद्राक्ष ⇒ पीड़ाहरण का प्रतिक।
वाणी ⇒ संगीत का प्रतिक।
शंख ⇒ सत्व का प्रतिक।
शिवलिंग ⇒ सम्पूर्णता का प्रतिक।
हाथ ⇒ मंगल का प्रतिक।
उपरोक्त के अतिरिक्त अन्य आकृतियाॅ जैसे स्वस्तिक जो कल्याण का प्रतीक के रूप में जाना जाता है। दोस्तों हमारा यह लेख आप को पसन्द आयें तो इसे लाइक करने के साथ-साथ आपका कोई प्रश्न हो तो कमेन्ट कर सकते है।