50 Most Important battles in Indian History in Hindi !

भारत देश का इतिहास जितना प्राचीन है, यह तो आप सभी जानते है। मुख्य रूप से यह लेख Important battles in Indian History in Hindi भारत के प्राचीन काल से लेकर वर्तमान में सभी महत्वपूर्ण युद्ध के बारे में है जो भारत में प्राचीन काल से लेकर आधुनिक युग तक पूर इतिहास में लड़ाइयाॅ लड़ी गई है।

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1) Important battles in Indian History in Hindi :
2) Important battles in Indian History list in Hindi :

Important battles in Indian History in Hindi :

मुख्य रूप लगभग सभी लगभग सभी परीक्षाओं में यहाॅ ( Important battles in Indian History in Hindi) से कम से 01 से 02 मार्क का प्रश्न आता ही है, इसी लिए सभी पाठयक्रम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।

Important battles in Indian History list in Hindi :

प्राचीन भारत से लेकर आधुनिक भारत तक सभी महत्वपूर्ण लड़ाइयाँ निम्नवत् है:-

1. दसराज्ञ युद्ध या दस राजाओं की लड़ाई :

इसका उल्लेख ऋग्वेद के 7वें मंडल में मिलाता है। जिसमें परूषणी अर्थात रावी नदी के तट पर राजा सुदास एवं दस जनों के मध्य हुआ था। जिसमें राजा सुदास विजयी रहें।

मध्य :- राजा सुदास एवं दस जनों के मध्य।
परिणाम :-  राजा सुदास विजयी रहें।
स्थान:- रावी नदी (पंजाब) के पास प्राचीन नाम परूषणी।
वर्ष :- 14 वीं शताब्दी ईसा पूर्व।
स्रोत:- ऋग्वेद के 7वें मंडल में।

 

2. हाइडेस्पीज का युद्ध :

सिकन्दर को पंजाब के तत्कालीन शासक पोरस के साथ वितस्ता नदी अर्थात झेलम के समिप युद्ध हुआ था।

जिसमें सिकन्दर विजयी रहा। इस युद्ध में सिकन्दर राजा पोरस की विरता से प्रभावित होकर पुनः सभी राज-पाठ राजा पोरस को वापस कर दिया।

मध्य :- सिकन्दर व पोरस के मध्य।
परिणाम :-  सिकन्दर की विजय।
स्थान:- झेलम, पंजाब के किनारे।
वर्ष :- वर्ष 326 ईसा पूर्व।
स्रोत:–
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3. सेल्यूसिड युद्ध :

यह युद्ध मौर्य वंश के संस्थापक चन्द्रगुप्त मौर्यसेल्यूकस निकेटर के मध्य उत्तर पश्चिमी भारत सिंधु नदी घाटी के पास 305 बी0सी0 और 303 बी0सी0 (Important battles in Indian History in Hindi) के मध्य हुआ था। जिसका विवरण एम्पियानस ने किया है। जिसमें चंद्रगुप्त मौर्य विजयी रहें।

मध्य :- सेल्यूकस निकेटर एवं चन्द्रगुप्त मार्य के मध्य।
परिणाम :-  चंद्रगुप्त मौर्य की विजय।
स्थान:- उत्तर पश्चिमी भारत सिंधु नदी घाटी के पास।
वर्ष :- 205 से 303 ईसा पूर्व के मध्य।
स्रोत:–
उल्लेख किया गया है एम्पियानस द्वारा।

 

4. पुल्लूर का युद्ध:

यह युद्ध पल्लव राजा महेंद्रवर्मन प्रथम व चालुक्य राजा पुलकेशिन द्वितीय के मध्य सन् 618 से 619 में पुल्लूर या पोलिलूर, कांचीपुरम तमिलनाडु में हुआ था। जिसमें चालुक्य की विजयी रहें। (Important battles in Indian History in Hindi) 

मध्य :- पल्लव राजा महेंद्रवर्मन प्रथम व चालुक्य राजा पुलकेशिन द्वितीय के मध्य।
परिणाम :-  चालुक्य की विजय हुई थी।
स्थान:- स्थान पुल्लूर या पोलिलूर, कांचीपुरम, तमिलनाडु में।
समयः  618 से 619 ई0।
स्रोत:–
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5. तराइन का प्रथम युद्ध :

तराइन का युद्व (Important battles in Indian History in Hindi) भारत के महान शासक पृथ्वीराज चैहान व मुहम्मद गौरी के मध्य सन् 1191 ई0 में तराओरी हरियाणा में हुआ था। जिसमें पृथ्वीराज चैहान विजयी रहें।

मध्य :- पृथ्वीराज चैहान व मुहम्मद गौरी के मध्य।
परिणाम :-  पृथ्वीराज चैहान विजयी रहें।
स्थान:- तराओरी हरियाणा में।
समयः 1191 ई0 में।
स्रोत:–
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6. तराइन का द्वितीय युद्ध :

तराइन का द्वितीय युद्व (Important battles in Indian History in Hindi) भारत के महान शासक पृथ्वीराज चैहान व मुहम्मद गौरी के मध्य सन् 1192 ई0 में तराओरी हरियाणा में हुआ था। जिसमें मुहम्मद गौरी विजयी रहें।

मध्य :- पृथ्वीराज चैहान व मुहम्मद गौरी के मध्य।
परिणाम :-  मुहम्मद गौरी विजयी रहें।
स्थान:- तराओरी हरियाणा में।
समयः समय 1192 ई0 में।
स्रोत:–
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7. चन्दावर का युद्ध :

चन्दावर का युद्ध (Important battles in Indian History in Hindi) भारत के शासक जयचन्द व मुहम्मद गौरी के मध्य सन् 1193 ई0 में हुआ था। जिसमें मुहम्मद गौरी विजयी रहें।

मध्य :- शासक जयचन्द्र व मुहम्मद गौरी के मध्य हुआ था।
परिणाम :-  मुहम्मद गौरी विजयी रहें।
स्थान:- ——
समयः समय 1193 ई0 में।
स्रोत:–
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8. दीव की लड़ाई :

यह युद्ध (Important battles in Indian History in Hindi) पुर्तगाली व गुजरात के सुल्तान, कालीकट के जमोरिन व मिस्त्र के मामलुक सल्तनत वेनिस गणराज्य और ओटोमन साम्राज्य की संयुक्त सेनाएं के मध्य 03 फरवरी 1509 ई0 में अरब सागर, दीव का बंदरगाह पर हुआ था। जिसमें पुर्तगाल की विजय हुई थी।

मध्य :- युद्ध पुर्तगाली व गुजरात के सुल्तान, कालीकट के जमोरिन व मिस्त्र के मामलुक सल्तनत वेनिस गणराज्य और ओटोमन साम्राज्य की संयुक्त सेनाएं
परिणाम :-  पुर्तगाल की विजय हुई थी।
स्थान:- अरब सागर, दीव का बंदरगाह
समयः 03 फरवरी 1509 ई0 में।
स्रोत:–
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09. पानीपत की प्रथम लड़ाई :

पानीपत का प्रथम युद्ध (Important battles in Indian History in Hindi) लोदी वंश के अंतिम शासक व बाबर के मध्य पानीपत हरियाणा में सन् 21 अप्रैल, 1526 ई0 में हुआ था। जिसमें बाबर की विजय हुई थी।

मध्य :- लोदी वंश के अंतिम शासक व बाबर
परिणाम :-  बाबर की विजय हुई थी।
स्थान:- पानीपत हरियाणा।
समयः 21 अप्रैल, 1526 ई0।
स्रोत:–
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10. खानवा की लड़ाई :

खानवा का युद्ध (Important battles in Indian History in Hindi) भारत के मुगल वंश के संस्थापक बाबर व राणा संगा के मध्य राजस्थान के खानवा नामक स्थान में सन् 16 मार्च 1527 ई0 में हुआ था। जिसमें बाबर की जित हुई थी।

 

मध्य :- बाबर व राणा संगा।
परिणाम :-  बाबर की विजय हुई थी।
स्थान:- राजस्थान के खानवा नामक।
समयः 16 मार्च 1527 ई0।
स्रोत:–
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11. चन्देरी का युद्ध :

चन्द्ररी का युद्ध (Important battles in Indian History in Hindi) 29 जनवरी सन् 1528 ई0 में मेदनी राय एवं बाबर के मध्य हुआ था। जिसमें बाबर की जित हुई थी।

मध्य :- मेदनी राय एवं बाबर
परिणाम :-  बाबर की विजय हुई थी।
स्थान:- चन्द्ररी
समयः 29 जनवरी सन् 1528 ।
स्रोत:–
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12. घाघरा की युद्ध :

घाघरा का युद्ध (Important battles in Indian History in Hindi) 6 मई, 1529 ई0 में अफगानों एवं बाबर के मध्य बिहार के घाघरा नदी पर हुआ था। जिसमें बाबर की विजयी हुआ था।

मध्य :- अफगानों एवं बाबर
परिणाम :-  बाबर की विजय हुई थी।
स्थान:- मध्य बिहार के घाघरा नदी
समयः 6 मई, 1529 ।
स्रोत:–
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13. चैसा का युद्ध :

26 जून 1539 ई0 में बिहार के बक्सर जिले के चैसा नामक स्थान पर हुमायूं व शेर शाह के मध्य हुआ था। इस युद्ध में शेरशाह की जित हुआ था। इस युद्ध के बाद शेरशाह ने भारत शूर वंश की स्थापना किया था।

मध्य :- हुमायूं व शेर शाह
परिणाम :-  शेरशाह की विजय हुई थी।
स्थान:- बिहार के बक्सर जिले के चैसा नामक स्थान।
समयः 26 जून 1539 ई0 ।
स्रोत:–
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14. 3rd पानीपत का युद्ध :

पनीपत का युद्ध (Important battles in Indian History in Hindi) 5 नवम्बर, 1556 ई0 में अकबर व हेमू के मध्य हुआ था। इस युद्ध में अकबर की ओर से बैरम खाॅ ने नेतृत्व किया था। यह भी युद्ध हरियाणा के पानीपत स्थान में होने के कारण इसे पानीपत युद्ध नाम से जाना गया। जिसमें अकबर की विजय हुई थी।

मध्य :- अकबर व हेमू
परिणाम :-  अकबर की विजय हुई थी।
स्थान:- हरियाणा के पानीपत स्थान
समयः 5 नवम्बर, 1556 ई0 ।
स्रोत:–
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15. हल्दीघाटी का युद्ध :

हल्दीघाटी का युद्ध (Important battles in Indian History in Hindi) भारतीय इतिहास के सबसे प्रसिद्ध युद्धों में से एक है। इस युद्ध में ही महराणा प्रताप का घोड़ चेतक की मृत्यु हो गयी थी।

यह युद्ध मुगल बादशाह अकबर व भारत देश के महान योद्धा महाराणा प्रताप के मध्य 19 जनवरी, 1597 ई0 में हुआ था। अकबर की ओर से सेनापति मान सिंह ने नेतृत्व किया था। इस युद्ध में महराणा प्रताप हार के भी जित गये थे।

मध्य :- अकबर व भारत देश के महान योद्धा महाराणा प्रताप
परिणाम :-  अकबर की विजय हुई थी।
स्थान:- हल्दीघाटी स्थान
समयः19 जनवरी, 159719 जनवरी, 1597 19 जनवरी, 1597 ई0 ।
स्रोत:–
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16. तालिकोट की लड़ाई :

तालिकोट का युद्ध (Important battles in Indian History in Hindi) कर्नाटक के तालिकोटा में अहमदनगर, बीजापुर, बीदर और गोलकुंडा के दक्कन सल्तनत गठबंधन व विजयनगर साम्राज्य के मध्य 23 जनवरी 1565 ई0 में हुआ था। जिसमें विजयनगर साम्राज्य की जित हुई थी।

मध्य :- अहमदनगर, बीजापुर, बीदर और गोलकुंडा के दक्कन सल्तनत गठबंधन
परिणाम :-  विजयनगर साम्राज्य
स्थान:- तालिकोट का युद्ध कर्नाटक
समयः 23 जनवरी 1565 ई0।
स्रोत:–
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17. समुगढ़ की लड़ाई :

आगरा के समुगढ़ के पास दारा शिकोह व औरंगजेब के मध्य मुगल सिंहासन के लिए हुआ था। जिसमें औरंगजेब की जीत हुई व दारा शिकोह को मृत्यु के घाट उतार दिया गया था।

मध्य :- दारा शिकोह व औरंगजेब
परिणाम :-  औरंगजेब
स्थान:- आगरा के समुगढ़
समयः19 जनवरी, 159719 जनवरी, 1597  
स्रोत:–
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18. करनाल की लड़ाई (Important battles in Indian History in Hindi) :

करनाल का युद्ध 24 फरवरी 1739 ई0 में हरियाणा के करनाल में मुगल साम्राज्य के शासक मुहम्मद शाह व नादिर शाह के मध्य हुआ था। जिसमें नादिर शाह की विजय हुई थी।

मध्य :- मुहम्मद शाह व नादिर शाह
परिणाम :-  नादिर शाह
स्थान:- हरियाणा के करनाल
समयः19 जनवरी, 159719 जनवरी, 1597 24 फरवरी 1739
स्रोत:–
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19. कोलाचेल की लड़ाई :

तमिलनाडु जिले के कन्याकुमारी के कोलाचेल त्रावणकोर नामक स्थान पर 10 अगस्त 1741 ई0 को डच ईस्ट इंडिया कंपनी व त्रावणकोर के साम्राज्य के मध्य हुआ था। इस युद्ध में त्रावणकोर की जीत हुई थी।

मध्य :- डच ईस्ट इंडिया कंपनी व त्रावणकोर के साम्राज्य
परिणाम :-  त्रावणकोर के साम्राज्य
स्थान:- तमिलनाडु जिले के कन्याकुमारी के कोलाचेल त्रावणकोर
समयः19 जनवरी, 159719 जनवरी, 1597 10 अगस्त 1741 ई0
स्रोत:–
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20. प्रथम कर्नाटक युद्ध  :

प्रथम कर्नाटक युद्ध (Important battles in Indian History in Hindi) में भारत में अंग्रेजी व फ्रांसीसी सेना के मध्य दक्षिण भारत के कर्नाटक क्षेत्र में सन् 1746 से लेकर 1748 ई0 तक हुआ था। यह एक ऐसा युद्ध है जो अनिर्णायक रहा था। जिसमें किसी की भी हार या जीत नहीं हुआ था।

मध्य :- अंग्रेजी व फ्रांसीसी सेना
परिणाम :-  दक्षिण भारत के कर्नाटक क्षेत्र
स्थान:- अनिर्णायक
समयः19 जनवरी, 159719 जनवरी, 1597 सन् 1746 से लेकर 1748 ई0
स्रोत:–
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21. द्वितीय कर्नाटक का युद्ध :

द्वितीय कर्नाटक का युद्ध (Important battles in Indian History in Hindi) हैदराबाद के निजाम और कर्नाटक के नवाब के पदो के लिए विभिन्न दावेदार, प्रत्येक दावेदार को या तो ब्रिटिश या फ्रंेस द्वारा समर्थित किया जा रहा था।

जो भारत के कर्नाटक के दक्षिणी भारत में सन् 1749 ई0 से 1754 ई0 के मध्य हुआ था। इस युद्ध में हैदराबाद के निजाम की विजय हुआ था।

मध्य :- हैदराबाद के निजाम और कर्नाटक के नवाब
परिणाम :-  दक्षिण भारत के कर्नाटक क्षेत्र
स्थान:- हैदराबाद के निजाम
समयः19 जनवरी, 159719 जनवरी, 1597 सन् 1749 ई0 से 1754 ई0
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22. प्लासी का युद्ध :

प्लासी का युद्ध (Important battles in Indian History in Hindi) भारत के कलकत्ता के पास भागीरथी नदी के तट पर बंगाल के नवाब सिराजुद्दौला व ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के मध्य 23 जून 1757 ई0 में लड़ा गया था।

जिसमें ब्रिटिश या ईस्ट इंडिया कंपनी की जीत हुई थी। ईस्ट इंडिया कंपनी ने अपनी ओर से मीर जाफर को बंगाल के नए नवाब के रूप में ताज पहनाया गया।

मध्य :- बंगाल के नवाब सिराजुद्दौला व ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी
परिणाम :-  ब्रिटिश या ईस्ट इंडिया कंपनी
स्थान:- ब्रिटिश या ईस्ट इंडिया कंपनी प्लासी का युद्ध भारत के कलकत्ता के पास भागीरथी नदी के तट
समयः19 जनवरी, 159719 जनवरी, 1597 23 जून 1757 ई0
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23. तृतिय कर्नाटक का युद्ध :

दक्षिण भारत के कर्नाटक में अंग्रेजी शासन व फ्रांसीसी सेना के मध्य सन् 1757 ई0 से लेकर 1763 ई0 के मध्य हुआ था। जिसमें ब्रिटिश शासन की विजय हुआ था।

मध्य :- अंग्रेजी शासन व फ्रांसीसी सेना
परिणाम :-  ब्रिटिश शासन
स्थान:- दक्षिण भारत के कर्नाटक क्षेत्र
समयः19 जनवरी, 159719 जनवरी, 1597 सन् 1757 ई0 से लेकर 1763 ई0
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24. वांडीवाश का युद्ध :

यह युद्ध (Important battles in Indian History in Hindi) भी तीसरे कर्नाटक युद्ध का एक हिस्सा था। जो वंदवासी तमिलनाडु में सन् 22 जनवरी, 1760 ई0 को अंग्रेजो व फ्रांसीसी सेना के मध्य हुआ था। इस युद्ध में भी भारत में स्थिति ब्रिटिश का विजय हुआ था।

मध्य :- अंग्रेजो व फ्रांसीसी सेना
परिणाम :-  ब्रिटिश शासन
स्थान:- वंदवासी तमिलनाडु में
समयः19 जनवरी, 159719 जनवरी, 1597 22 जनवरी, 1760 ई0
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25. पानीपत की तीसरी लड़ाई :

सन 14 जनवरी, 1761 ई0 में मराठा साम्राज्य और अफगानिस्तान के दुर्रानी साम्राज्य के मध्य हरियाणा के पानीपत नामक स्थान पर हुआ था। जिसमें अफगानिस्तान के दुर्रानी साम्राज्य की विजय हुई थी।

मध्य :- मराठा साम्राज्य और अफगानिस्तान के दुर्रानी साम्राज्य
परिणाम :-  अफगानिस्तान के दुर्रानी साम्राज्य
स्थान:- हरियाणा के पानीपत नामक स्थान
समयः19 जनवरी, 159719 जनवरी, 1597 सन 14 जनवरी, 1761 ई0
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26. बक्सर का युद्ध :

बक्सर का युद्ध भारत (Important battles in Indian History in Hindi) के इतिहास के हुए युद्धों में से सबसे प्रमुख है। यह युद्ध मीर कासिम, शुला-उद-दौला और शाह आलम द्वितीय व भारत में स्थित ब्रिटिश शासन के मध्य बिहार के बक्सर नामक स्थान पर सन् 1764 ई0 में हुआ था। जिसमें ब्रिटिश बिजय रहें थे।

मध्य :- मीर कासिम, शुला-उद-दौला और शाह आलम द्वितीय व भारत में स्थित ब्रिटिश शासन
परिणाम :-  ब्रिटिश बिजय
स्थान:-  बिहार के बक्सर नामक स्थान
समयः19 जनवरी, 159719 जनवरी, 1597 सन् 1764 ई0
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27. प्रथम आंग्ल-मैसूर युद्ध :

मैसूर के हैदर अली व ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के मध्य दक्षिण भारत में सन् 1767 से सन 1769 ई0 में हुआ था। जिसमें मैसूर की जीत हुई थीं।

मध्य :- हैदर अली व ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी
परिणाम :-  मैसूर की जीत
स्थान:- दक्षिण भारत
समयः19 जनवरी, 159719 जनवरी, 1597 सन् 1767 से सन 1769 ई0
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28. द्वितीय आंग्ला मैसूर युद्ध :

मैसूर के हैदर अली व ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के मध्य भारत के दक्षिण भारत में सन् 1780 ई0 से 1784 ई0 के मध्य हुआ था। जिसमें मैंगलोर की संधि के साथ यथास्थिति को बहाल कर के युद्ध समाप्त कर दिया गया।

मध्य :- हैदर अली व ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी
परिणाम :-   मैंगलोर की संधि के साथ यथास्थिति को बहाल कर के युद्ध समाप्त कर दिया गया
स्थान:- दक्षिण भारत
समयः19 जनवरी, 159719 जनवरी, 1597 सन् 1780 ई0 से 1784 ई0
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29. पोलिलूर की लड़ाई :

पोलिलूर की लड़ाई जो कि द्वितीय एंग्लो मैसूर युद्ध का एक भाग था। यह युद्ध पोलिलूर कांचीपुरम में सन् 1781 ई0 में हुआ था। जिसका परिणाम नहीं निकला सका इसलिए दोनों पार्टियों ने जित का दावा किया गया।

मध्य :- हैदर अली व ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी
परिणाम :-  जिसका परिणाम नहीं निकला सका इसलिए दोनों पार्टियों ने जित का दावा किया गया।
स्थान:- पोलिलूर कांचीपुरम
समयः19 जनवरी, 159719 जनवरी, 1597 सन् 1781 ई0
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30. तीसरा आंग्ल मैसूर युद्ध :

तीसरा आंग्ल मैसूर युद्ध सन् 1790 ई0 से 1792 ई0 तक भारत के दक्षिण भारत में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी व मैसूर के सुल्तान टीपू के मध्य हुआ था। इस युद्ध में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की विजय हुई थी। युद्ध के बाद सेरिंगपट्टम की संधि हुई।

मध्य :- हैदर अली व ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी
परिणाम :-  ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की विजय हुई थी। युद्ध के बाद सेरिंगपट्टम की संधि हुई।
स्थान:- दक्षिण भारत
समयः19 जनवरी, 159719 जनवरी, 1597 सन् 1790 ई0 से 1792 ई0
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31. चैथा आंग्ल मैसूर युद्ध :

सन् 1799 ई0 में दक्षिण भारत में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी मैसूर व टीपू सुल्तान के मध्य हुआ था। इस युद्ध मंे भी ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की जीत हुई थी व इस युद्ध के बाद से ही मैसूर राज्य व ब्रिटिश के मध्य के सहायक गठबंधन हुआ था।

मध्य :- ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी मैसूर व टीपू सुल्तान
परिणाम :-  ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की जीत हुई थी व इस युद्ध के बाद से ही मैसूर राज्य व ब्रिटिश के मध्य के सहायक गठबंधन हुआ था।
स्थान:- दक्षिण भारत
समयः19 जनवरी, 159719 जनवरी, 1597 सन् 1799 ई0
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32. प्रथम आंग्ल मराठा युद्ध :

भारत के पूणे में सन् 1775 ई0 से लेकर सन् 1782 ई0 तक मराठों व ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के मध्य हुआ था। इस युद्ध में मराठा की जीत हुई थी।

मध्य :- मराठों व ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी
परिणाम :-  मराठा की जीत
स्थान:- भारत के पूणे
समयः19 जनवरी, 159719 जनवरी, 1597 सन् 1775 ई0 से लेकर सन् 1782 ई0
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33. पोर्टा नोवो की लड़ाई :

तमिलानाडु के कुड्डुालोर जिला के पंरगीपट्टई में 01 जुलाई 1781 ई0 में मैसूर के हैदर अली व ब्रिटिश के ईस्ट इंडिया कंपनी के मध्य हुआ था। जिसमें ब्रिटिश के ईस्ट इंडिया कंपनी की जीत हुई थी।

मध्य :- मराठों व ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी
परिणाम :-  मराठा की जीत
स्थान:- भारत के पूणे
समयः19 जनवरी, 159719 जनवरी, 1597 सन् 1775 ई0 से लेकर सन् 1782 ई0
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34. दूसरा आंग्ल मराठा युद्ध :

मराठों व ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के मध्य सन् 1803 से 1805 के मध्य हुआ था। जिसमें ब्रिटिश इस्ट इंडिया कंपनी की विजय हुई थी।

मध्य :- मराठों व ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी
परिणाम :-   ब्रिटिश इस्ट इंडिया कंपनी की विजय हुई थी।
स्थान:- —–
समयः19 जनवरी, 159719 जनवरी, 1597 सन् 1803 से 1805
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35. तीसरा आंग्ल मराठा युद्ध :

महराष्ट्र और पड़ोसी क्षेत्र में सन् 1817 ई0 से 1818 ई0 के मध्य मराठों व ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के मध्य हुआ था। जिसमें ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की विजय हुई थी।

मध्य :- मराठों व ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी
परिणाम :-  ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी
स्थान:- महराष्ट्र और पड़ोसी क्षेत्र
समयः19 जनवरी, 159719 जनवरी, 1597 सन् 1817 ई0 से 1818 ई0
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36. प्रथम आंग्ल सिक्ख युद्ध :

सन् 1845 ई0 से 1846 ई0 के मध्य भारत के पंजाब सहर के मुडकी नामक स्थान पर ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी व सिख साम्राज्य के मध्य हुआ था। इस युद्ध में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की विजय हुई थी।

मध्य :- ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी व सिख साम्राज्य
परिणाम :-  ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी
स्थान:- भारत के पंजाब सहर के मुडकी नामक
समयः19 जनवरी, 159719 जनवरी, 1597 सन् 1845 ई0 से 1846 ई0 के मध्य
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37. सोबराओं की लड़ाई :

सोबराओं की लड़ाई जो प्रथम आंग्ल सिख युद्ध का एक भाग था, जो भारत के पंजाब सहर के सोबराओं में 10 फरवरी 1846 ई0 में सिख साम्राज्य व ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के मध्य हुआ था। इस युद्ध में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की विजय हुई थी।

मध्य :- सिख साम्राज्य व ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के मध्य
परिणाम :-  ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी
स्थान:- भारत के पंजाब सहर के सोबराओं में
समयः19 जनवरी, 159719 जनवरी, 1597 10 फरवरी 1846 ई0 में
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38. दूसरा आंग्ल सिख युद्ध :

दूसरा आंग्ल सिख युद्ध भी ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी व सिख साम्राज्य के मध्य 1848 ई0 से 1849 ई0 के मध्य हुआ था। जिसमें ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की विजय हुई थी।

मध्य :- ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी व सिख साम्राज्य
परिणाम :-  ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी
स्थान:- ——–
समयः19 जनवरी, 159719 जनवरी, 1597 मध्य 1848 ई0 से 1849 ई0
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39. इंफाल का युद्ध :

भारत के मणिपुर जिलें में स्थित इंफाल में सन् 1944 ई0 में इंपीरियल जापान, आजाद हिंद फैज व ब्रिटिश के मध्य हुआ था। जिसमें ब्रिटिश शासन की विजय हुई थी।

मध्य :- इंपीरियल जापान, आजाद हिंद फैज व ब्रिटिश
परिणाम :-  ब्रिटिश शासन की विजय हुई थी।
स्थान:- भारत के मणिपुर जिलें में स्थित इंफाल
समयः19 जनवरी, 159719 जनवरी, 1597 सन् 1944 ई0
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